: रिपोर्ट अनीस सिद्दीकी
योगसंस्कार शिविर का दूसरा दिन
भारत योग गतियां बन रही दुनिया की पसंद
सहारनपुर पुनर्निर्मित सनातन धर्म मंदिर सुभाष नगर में पद्मश्री योगी भारत भूषण के सान्निध्य में चल रहे त्रिदिवसीय योग संस्कार शिविर के दूसरे दिन जिज्ञासुओं ने योग सम्मत दिनचर्या, आहार और सही सांस लेने के रहस्यों को समझा। योग गुरु स्वामी भारत भूषण ने श्रीमद्भगवद्गीता के संदर्भ से नासाग्र दृष्टि की महिमा समझाने के साथ ही आरोग्य और आनंद से इसका गहरा नाता समझाते हुए कहा कि एकाग्रता बच्चे बूढ़े जवान सभी के लिए जरूरी है जिससे जो इस अभ्यास से आसानी से मिल जाती है और मन का भटकाव थमता है। योग गुरु ने विभिन्न गतियों का अभ्यास कराते हुए बताया कि आज का व्यस्त इंसान जो योग साधना की गहरी मर्यादाओं को नहीं जानता और कम समय में साधना का सुफल पाना चाहता है, को नुकसान की संभावनाओं से बचाने और योग की गहन साधना का लाभ दिलाने के लिए मोक्षायतन योग संस्थान द्वारा दी गई भारत योग गतियां आज दुनिया भर में योग प्रेमियों की पहली पसंद बनती जा रही हैं। उन्होंने शिशुगति, गर्दभगति और सर्वांगपुष्टि गति के अभ्यास कराते हुए बताया कि ये स्वतंत्र क्रियाएं है जो कम समय देकर भी हमे चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए काफी हैं। स्वामी भारत भूषण ने कहा कि जैसे चिकित्सकों द्वारा बताए गए परहेज का पालन न करने से इलाज बे असर रहता है उसी प्रकार पथ्य और दिनचर्या सही न होने से सिर्फ योगिक क्रियाओं का अभ्यास पूरा लाभ नहीं दे सकता।
शिविर में मुख्यत: मौजूद रहे डा एस के मैनी, बार संघ के उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, आई आई ए अध्यक्ष अनूप खन्ना, भा ज पा नेता हेमंत अरोड़ा, राणा प्रताप संधु, सुरेश फुटेला, मुरली खन्ना, मनोज कुमार और यशपाल त्रेहन ने यहां बह रही योग गंगा को नगर वासियों के लिए वरदान बताया।